15-11-2017
हाल ही में प्रिसीडियम इंदिरापुरम में विद्यार्थियों के लिए ‘अंतर्कक्षा वाद-विवाद प्रतियोगिता’ का आयोजन किया गया, जिस में कक्षा ६-८ तक के विदयार्थियों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। प्रतियोगिता दो चरणों में आयोजित की गई। प्रथम चरण के विषय थे - 'अध्यापकों द्वारा गृहकार्य देना विद्यार्थियों के लिए लाभदायक है', 'इंटरनेट का बच्चों पर प्रभाव सकारात्मक है' एवं 'बच्चों का उग्र स्वभाव समाज के लिए प्रगतिशील है'। वहीँ द्वितीय चरण के विषय इस प्रकार थे – 'मशीनी अध्यापक, मानवी अध्यापक का प्रभावी विकल्प है', 'आज के समय में अभिभावकीय दबाव बच्चों के लिए अच्छा है' एवं 'वर्तमान शिक्षा युवाओं को भविष्य के लिए तैयार नहीं करती'। विद्यार्थियों ने दिए गए विषयों के अनुसार अपनी कक्षा के समक्ष वाद-विवाद के लिए अपने तर्क पक्ष/विपक्ष में प्रस्तुत किए। प्रस्तुतिकरण हेतु उन्हें २ से २.५ मिनट का समय दिया गया था। प्रत्येक कक्षा में से दो विजेताओं को विषयवस्तु, अभिव्यक्ति और प्रस्तुतिकरण जैसे मूल्यांकन बिन्दुओं के आधार पर चुना गया, जिसके आधार पर वे द्वितीय चरण में अपना स्थान बना पाए। विजेताओं को ढेर सारे प्रोत्साहन के साथ-साथ प्रार्थना-सभा में पुरस्कार भी दिए गए। प्रेसीडीअंस द्वारा विषयों को अच्छी तरह समझकर उसके पक्ष/विपक्ष में बड़े उत्साह के साथ तर्क प्रस्तुत करते देख उनकी रचनात्मकता, ज्ञान व समकालीन समस्याओं के प्रति जागरूकता को दर्शाया गया।