30-05-2018
प्रिसिडियम इंदिरापुरम में हाल ही में एक संगीतमय नाट्य प्रस्तुति - “नब्बे - संघर्ष की लम्बी दास्तान” का शुभारम्भ, विद्यालय की चेयरपर्सन श्रीमती सुधा गुप्ता ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। ये कहानी थी प्रथम स्वतंत्रता महासंग्राम के उन सेनानियों की, जिनके कारण भारतवासी परतंत्रता के घने कुहासे के बाद सूर्योदय को देख सके। विद्यालय के २५० युवा कलाकारों के अभिनय ने क्रांतिकारियों के बलिदान को जीवंत कर दिया। उनके अभिनय ने कहीं मंगल पांडे का क्रांति रूप धारण किया तो कभी लक्ष्मीबाई के व्यक्तित्व में वीरता और वात्सल्य के सामंजस्य को दिखाकर दर्शकों को रोमांचित कर दिया। भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, और चन्द्रशेखर आज़ाद के बलिदान के क्षणों ने तो सभी को भाव-विभोर कर दिया। विद्यार्थियों के अभिनय ने गांधीजी का अहिंसा का सन्देश बखूबी दर्शकों तक पहुँचाया, तो भारत-पकिस्तान का बंटवारा भी मानो सभी हिन्दुस्तानियों के दिलों को चीर गया। कार्यक्रम को अपने शीर्ष पर पहुँचाया आज़ादी के जश्न ने, जिसने एकता का सन्देश भी दिया। वार्षिकोत्सव का समापन परम आदरणीया श्रीमती सुधा गुप्ता के उद्बोधन से हुआ, जिन्होंने इस बेहतरीन संगीतमय नाट्य प्रस्तुती के समस्त प्रतिभागियों को, उत्तम प्रस्तुति हेतु बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना भी की।